कई विशेषज्ञों ने पहले जो चिंता जताई थी कि कोरोना संक्रमण से युवाओं के बाद बच्चों को ख़तरा है, वह अब सही साबित होता दिख रहा है। ताज़ा आँकड़े आए हैं कि 1-10 साल के बच्चों में संक्रमण क़रीब दोगुना ज़्यादा हुआ है। कोरोना से निपटने में आपात नीति बनाने के लिए बनाए गए एम्पावर्ड ग्रुप के आँकड़ों के अनुसार मार्च में जहाँ सक्रिय संक्रमण के मामलों में 2.8 फ़ीसदी बच्चे थे वहीं अगस्त में यह बढ़कर 7.04 फ़ीसदी हो गया है। यानी हर 100 सक्रिय कोरोना मरीज़ों में 7 बच्चे शामिल थे। हालाँकि रिपोर्ट में हालात चिंताजनक नहीं बताई गई है, लेकिन यह सच्चाई है कि बच्चे ज़्यादा संक्रमित होने लगे हैं।