कोरोना संक्रमण के मामले जहाँ न्यूज़ीलैंड में क़रीब 1800, दक्षिण कोरिया में 22 हज़ार आए हैं वहीं भारत में 54 लाख हो गए हैं। वैसे, अमेरिका में 70 लाख और ब्राज़ील में भी 45 लाख केस हो गए हैं। यहाँ तक कि जिस चीन से संक्रमण सबसे पहले फैला वहाँ 85 हज़ार ही मामले आए हैं। ऐसा क्यों है कि भारत, अमेरिका और ब्राज़ील में कोरोना अनियंत्रित हो गया? इसमें भी अब हर रोज़ संक्रमण के मामले अमेरिका में 30-40 हज़ार और ब्राज़ील में 15-30 हज़ार आ रहे हैं, जबकि भारत में 90 हज़ार के आसपास आ रहे हैं। यानी भारत में ही कोरोना सबसे ज़्यादा अनियंत्रित क्यों है?
भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण बेलगाम क्यों है?
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- 31 Oct, 2020

भारत में हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले दुनिया में सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। सवाल है कि कोरोना को नियंत्रित करने में ग़लती कहाँ हुई? क्या तैयारी नहीं हुई? सही फ़ैसले नहीं लिए गए? क्या लॉकडाउन का फ़ायदा नहीं उठाया गया? क्या स्वास्थ्य सुविधाएँ अपर्याप्त होने की वजह से कोरोना फैलता गया या फिर भारत की घनी आबादी की वजह से ऐसा होता रहा?
वैसे, कोरोना नियंत्रण की विफलता पर कोई सर्वे या रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन जिस तरह से अलग-अलग देशों ने कोरोना नियंत्रण के तौर-तरीक़े अपनाए और इसके प्रति नेतृत्व का जिस तरह का रवैया रहा उससे इसका आकलन किया जा सकता है। इस मामले में जिन दो देशों ने बेहतरीन काम किया है उनमें न्यूज़ीलैंड और दक्षिण कोरिया शानदार उदाहरण हैं। न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के नेतृत्व और उनके द्वारा उठाए गए क़दमों की दुनिया भर में तारीफ़ हुई। लेकिन सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया भर में अव्वल अमेरिका, भारत और ब्राज़ील के नेतृत्व पर सवाल उठते रहे हैं।