कोरोना को काबू करना कोई दक्षिण कोरिया से सीखे। उसके पास इटली, अमेरिका और स्पेन जैसे विकसित देशों की तरह मज़बूत स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं है फिर भी इसने इन देशों व चीन की तरह सख्ती नहीं की। यानी बिना लॉकडाउन या कर्फ्यू लगाए ही इसने कोरोना को नियंत्रित कर लिया। इसका साफ़ मतलब यह है कि इसने न तो लोगों को कहीं आने-जाने से रोका-टोका और न ही किसी भी सेवा को बाधित किया। अब तक दुनिया के जिन दो देशों ने सबसे बेहतर तरीक़े से कोरोना संकट का सामना किया है वे हैं- चीन और दक्षिण कोरिया। लेकिन चीन ने न सिर्फ़ लोगों की आवाजाही, बल्कि कुछ बोलने पर भी सख़्त पाबंदी लगा दी। लेकिन दक्षिण कोरिया ने ऐसा कुछ नहीं किया। फिर भी दक्षिण कोरिया में जहाँ हर रोज़ 900 से ज़्यादा मामले आने लगे थे वहाँ अब हर रोज़ 60-70 मामले आ रहे हैं। वहाँ अब तक 9037 मामले आए और 120 लोगों की मौत हुई। कोरोना पीड़ितों की मृत्यु दर भी एक फ़ीसदी से कम है। जबकि दुनिया भर में यह औसत क़रीब 3-4 फ़ीसदी है। इटली में तो यह मृत्यु दर इसकी दोगुनी है। तो दक्षिण कोरिया ने ऐसा कैसे कर दिखाया? क्या इसके पीछे उसकी ज़बरदस्त तैयारी नहीं रही है? क्या यह चमत्कार जैसा नहीं है! और क्या भारत जैसे दूसरे देशों के लिए सबक़ नहीं है?
दक्षिण कोरिया ने बिना लॉकडाउन-कर्फ्यू कैसे काबू किया कोरोना को?
- दुनिया
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- 25 Mar, 2020

कोरोना को काबू करना कोई दक्षिण कोरिया से सीखे। उसके पास इटली, अमेरिका और स्पेन जैसे विकसित देशों की तरह मज़बूत स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं है फिर भी इसने इन देशों व चीन की तरह सख्ती नहीं की। फिर भी इसने कोरोना को नियंत्रित कर लिया।