केंद्र श्रम क़ानूनों की जगह लेने वाले जिन नये लेबर कोड की अधिसूचना जारी करने की तैयारी में है, उसके विरोध में ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। विपक्षी खेमे के 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक प्लेटफॉर्म ने केंद्र को चेताया है कि यदि केंद्र चार लेबर कोड यानी श्रम संहिताओं को अधिसूचित करता है तो वे आम हड़ताल करेंगे। सवाल है कि आख़िर इन लेबर कोड में ऐसा क्या है कि ट्रेड यूनियन इसका विरोध कर रहे हैं? इस लेबर कोड को आख़िर क्यों लाया जा रहा है और इससे क्या बदलाव आ जाएँगे?