हाथरस गैंगरेप मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया है और कोर्ट ने ख़ुद आगे आकर इस मामले में दखल दिया है। क्या इससे पीड़िता और उसके परिवार वालों को न्याय की बड़ी उम्मीद बँधती है? पिछले अनुभव क्या कहते हैं? पिछले एक साल में ही ऐसे दो बड़े मामले सामने आए हैं और उन मामलों में आरोपियों को जेल की सज़ा हुई है। इसमें से एक मामला उन्नाव के कुलदीप सिंह सेंगर का है तो दूसरा शाहजहाँपुर के स्वामी चिन्मयानंद का। इसके अलावा दो साल पहले भी देश को हिलाकर रख देने वाले कठुआ गैंगरेप मामले में भी अदालत ने दखल दिया था और उस मामले में भी आरोपियों को सज़ा मिली थी। तो क्या कुछ ऐसा ही फ़ैसला हाथरस मामले में आ सकता है?
कोर्ट के दखल से दुष्कर्म के कई मामलों में आरोपियों को जेल हुई, हाथरस में क्या होगा?
- देश
- |
- 29 Mar, 2025
हाथरस गैंगरेप मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया है और कोर्ट ने ख़ुद आगे लेकर इस मामले में दखल दिया है। क्या इससे पीड़िता और उसके परिवार वालों को न्याय की बड़ी उम्मीद बँधती है? पिछले अनुभव क्या कहते हैं?

हाथरस गैंगरेप मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जिस तरह के संकेत दिए हैं वह उसी दिशा मे बढ़ता एक क़दम लगता है। अदालत ने आदेश में कहा कि देश और राज्य के नागरिकों और उसमें भी ख़ासकर मृतक पीड़िता के परिवारों जैसे ग़रीब और दलित सर्वोपरि हैं। इसने यह भी कहा कि कोर्ट की यह बाध्यकारी ज़िम्मेदारी है कि संविधान के तहत मिले उनके अधिकारों की हर क़ीमत पर रक्षा करे।