जब हम दुनिया को नारीवाद की आँख से देखते हैं तो हमे वह माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के 'रिवील फॉर्मेटिंग' फंक्शन जैसी दिखाई पड़ती है। पता चलता है कि हम जिसे समतल और संपूर्ण साथ मान कर चल रहे थे, उसके नीचे कितनी गुत्थियाँ और जटिलताएँ मौजूद हैं।