कश्मीर में जिन तत्वों ने अनुच्छेद 370 में बदलाव का पूरी तरह से विरोध किया था, और कर रहे हैं, आज वही तत्व घाटी में भारी मत से जीत कर आये हैं। कश्मीर घाटी के दस ज़िलों में से नौ में गुपकार गठबंधन का क़ब्ज़ा होगा।
बीजेपी के कुछ नेता क्यों किसान आंदोलन पर घटिया आरोप लगा रहे हैं ? क्या है राजनीति ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेंद्र चौधरी, बद्री नारायण चौधरी, अकु श्रीवास्तव और आलोक जोशी !
मायावती ने तीन दिन में दो बार पलटी मारी है। पहले उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी को हराने के लिये बीजेपी को भी सपोर्ट कर सकती हैं। आख़िर मायावती ने यह क्यों कहा?
दो दौर का मतदान पूरा । मुक़ाबला तगड़ा या इकतरफ़ा ! नीतीश या तेजस्वी या कोई और ! आशुतोष के साथ चर्चा में अजीत अंजुम, संजय कुमार, सतीश के सिंह, समी अहमद और आलोक जोशी ।
बिहार में दूसरे दौर का मतदान । कौन मारेगा बाज़ी नीतीश या तेजस्वी ? आशुतोष के साथ चर्चा में मनीषा प्रियम, कन्हैया भेलारी, समी अहमद, सतीश के सिंह, आलोक जोशी ।Satya Hindi
नीतीश को बिहार की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। ऐसा चाणक्य जो बिहार में पिछले पंद्रह सालों से शासन के शीर्ष पर रहा। उनके राजनीतिक चातुर्य का करिश्मा ये है कि बीजेपी और आरजेडी दोनों, उनके नीचे रह कर सरकार में शामिल रहे।
बिहार चुनाव में क्या नीतीश की वापसी होगी या चिराग़ करेंगे नीतीश का नुक़सान ? तेजस्वी करेंगे कमाल ? CSDS-लोकनीति का सर्वे । CSDS के डायरेक्टर संजय कुमार से आशुतोष की बातचीत।Satya Hindi
दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं, मगर दलित राजनीति ठंडी पड़ी हुई है और दलित नेता कहीं नज़र नहीं आ रहे। क्या है इसकी वज़ह है? क्या दलित राजनीति का दौर ख़त्म हो गया है? सत्यहिंदी वेबिनार में इस बार भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद से बेबाक बातचीत
चुनाव होते ही बीजेपी को जिन्ना का भूत सताने लगा । आतंकी दिखने लगे । क्या बीजेपी को नीतीश के काम पर भरोसा नहीं है ? देखे आशुतोष के साथ चर्चा - विजय त्रिवेदी, शैलेष, समी अहमद, वली रहमानी, हर्षवर्धन ।Satya Hindi
यूपी में अपराधी मस्त हैं । खुलेआम अपराध हो रहे हैं । बलिया में बीजेपी के नेता ने दिनदहाड़े पुलिस के सामने हत्या की और फ़रार । क्यों है योगी बेकार ? यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह से आशुतोष की बात !Satya Hindi
सुशांत सिंह राजपूत और बाद में कंगना रनौत के मामले में मीडिया ने शिवसेना और उनकी सरकार को जमकर घेरा। अब रिपब्लिक टीवी का नाम टीआरपी घोटाले में आने के बाद यह कहा जा रहा है कि शिवसेना हिसाब चुकता कर रही है। क्या वाक़ई में?