कोरोना का कहर भयानक हो रहा है, आगे और भयानक होगा। भारत की अर्थव्यवस्था पहली बार सिकुड़ेगी यानी विकास दर बजाय बढ़ने के घटेगी। तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि चूँकि लॉकडाउन की वजह से सारी आर्थिक गतिविधियाँ बंद हो गयी हैं, बाज़ार बंद हैं, यातायात बंद है, रेल बंद है, हवाई जहाज़ बंद हैं, सारे प्रवासी मज़दूर या दिहाड़ी मज़दूर घरों में बंद हैं, रेस्तराँ, मॉल, सिनेमाहॉल, फ़ैक्ट्री, कारख़ाने बंद हैं, ऐसे में अर्थव्यवस्था के फ़िलहाल बढ़ने का कोई कारण नहीं है। मशहूर रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैक्स का आकलन है कि भारत की अर्थव्यवस्था 0.4% सिकुड़ेगी।