एक तरफ खुशी का त्योहार दीपावली तो दूसरी तरफ एक ही उत्सव के तमाम अंतर्विरोध। आखिर हिन्दू समाज इस पर बात क्यों नहीं करता। हिन्दू समाज अपने समय के सबसे महत्वपूर्ण सवाल को नजरन्दाज कर रहा है। पत्रकार, लेखक, स्तंभकार अपूर्वानंद हिन्दू समाज से उन्हीं सवालों को पूछ रहे हैंः
राजस्थान में सोशल मीडिया के जरिए माहौल को बिगाड़ने की कोशिश अभी भी जारी है। उदयपुर में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद पुलिस ऐसे तत्वों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। राजसमंद में हुई घटना के जरिए भी अफवाह फैलाने की कोशिश की गई।
देश में धार्मिक आधार पर बन रहे नफरत के माहौल के बीच क्या पूर्व नौकरशाहों की चिट्ठी का कोई असर सरकार पर नहीं होगा और क्या जनता को सीधे प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखनी होगी?