फडणवीस को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया ? किसने उनके पर कतरे ? क्या मोदी शाह को फडणवीस पसंद नहीं ? क्या फडणवीस बगावत करेंगे या अपमान पी जायेंगे ? कब तक चलेगी शिंदे सरकार ? मौजूदा महाराष्ट्र संकट के कई समीकरणों का खुलासा करते लोकसत्ता के संपादक गिरीश कुबेर । उनसे बात की आशुतोष ।
अगर महाराष्ट्र की विधानसभा में फ्लोर टेस्ट हुआ तो क्या महा विकास आघाडी की सरकार बहुमत साबित कर पाएगी?
क्या महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार अल्पमत में है और क्या बीजेपी राज्य में जल्द ही सरकार बना लेगी?
महाविकास अघाड़ी सरकार पर आए संकट के दौरान कांग्रेस और एनसीपी मजबूती से शिवसेना के साथ खड़ी हैं। क्या इस वजह से बीजेपी और शिवसेना के बागी हताश हैं?
महाराष्ट्र में 22 साल के बाद राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग करानी पड़ी। छठी सीट पर निर्दलीयों और छोटी पार्टियों के विधायकों की अहम भूमिका थी और बीजेपी ने इनमें सेंध लगा दी।
पंकजा मुंडे का टिकट आखिर क्यों कटा? क्या इसके लिए महाराष्ट्र बीजेपी की अंदरूनी सियासत जिम्मेदार है। क्या पंकजा अब बीजेपी को अलविदा कह देंगी?
महाराष्ट्र में आख़िर 22 सालों में पहली बार ऐसी नौबत क्यों आई कि राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग की ज़रूरत पड़ने वाली है? शह-मात के इस खेल में कौन मारेगा बाजी?
बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास सिर्फ दो उम्मीदवारों को ही जिताने लायक वोट हैं। ऐसे में क्या वह तीसरे उम्मीदवार को जोड़-तोड़ के सहारे जिताना चाहती है?
महाराष्ट्र के बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने खुद पर हमले के लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया है। शनिवार देर रात किए गए ट्वीट में किरीट सोमैया ने कहा कि उन पर खार पुलिस स्टेशन के बाहर हमला किया गया।
टीपू सुल्तान को लेकर कर्नाटक के बाद अब महाराष्ट्र में भी विवाद हो गया है। जानिए, बीजेपी ने शिवसेना पर क्या आरोप लगाया।
बीजेपी नेता ने मुंबई पुलिस में ममता बनर्जी के खिलाफ राष्ट्रगान का अपमान करने की शिकायत दर्ज कराई है। क्या है मामला?
बीजेपी हाईकमान द्वारा महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के सियासी विरोधियों का क़द बढ़ाने का क्या मतलब है? इसे लेकर खासी चर्चा राज्य के सियासी गलियारों में है।
आर्यन ख़ान ड्रग्स मामले को लेकर एनसीपी और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच शुरू हुई रार अब एनसीपी बनाम बीजेपी हो गई है।
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और बीजेपी के गठबंधन से एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन को नुक़सान होगा या फ़ायदा?
बीजेपी विधायक नितेश राणे ने गणपति उत्सव के मौके पर लोगों को मुंबई से कोंकण ले जाने के लिए कोंकण रेलवे से एक ट्रेन बुक की है और उसका नाम मोदी एक्सप्रेस रखा है।
जैसे-जैसे नारायण राणे की जन आशीर्वाद यात्रा आगे बढ़ती गई, वैसे-वैसे लोगों की भीड़ भी बढ़ती गई। अंजाम यह रहा कि यात्रा के दौरान लोग बगैर मास्क के दिखाई दिए।
महाराष्ट्र बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ज़बरदस्त हमला किया है और कड़ी चेतावनी दी है।
शिवसेना ने मोदी कैबिनेट विस्तार 2021 पर सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने भागवत कराड को मंत्री बना कर पंकजा मुंडे का राजनीतिक कैरियर ख़त्म करने की साजिश की है।
सुरेश नाखुआ (@SureshNakhua) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल जिसे की ब्ल्यू टिक हासिल है, से 20 अप्रैल को एक वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो में दिखाया गया कि एक जीवित व्यक्ति को कफ़न में बांधकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है।
महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने गुरूवार को यह दावा किया है कि राज्य सरकार के दो मंत्रियों को 15 दिन के अंदर इस्तीफ़ा देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का सही वक्त है।
क्या एकनाथ खडसे के पार्टी छोड़ने के बाद पंकजा मुंडे भी अपनी नयी राह चुनने की रणनीति बना रही हैं? या वह भारतीय जनता पार्टी में रहकर ही अपने कद को मज़बूत करने की क़वायद में जुट गयी हैं?
खडसे का साफ इशारा बीजेपी की ओर था क्योंकि विपक्षी नेता यह आरोप लगाते रहते हैं कि उन्हें परेशान करने के लिए सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, पुलिस का दुरुपयोग बीजेपी करती है।
खडसे के बीजेपी छोड़ने की चर्चा पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही जोरों पर थी।
देवेंद्र फडणवीस के ख़िलाफ़ एकनाथ खडसे के ताज़ा आरोपों के बाद महाराष्ट्र बीजेपी में अंतर्कलह बढ़ गई है। खडसे ने कहा है कि फडणवीस की ग़लत नीतियों के कारण बीजेपी सरकार नहीं बन सकी।
फडणवीस के बढ़ते क़द से महाराष्ट्र बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता असहज महसूस कर रहे हैं। उन्हें हाईकमान की ओर से दी जा रही प्राथमिकता के कारण पार्टी में विरोध बढ़ रहा है।
विधान परिषद चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी में विद्रोह के स्वर मुखर होने लगे हैं। वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने टिकट बंटवारे पर सवाल उठाए हैं।