भारतीय मूल के ऋषि सुनाक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने पर नस्लीय टिप्पणियाँ क्यों की जा रही हैं और उनके धार्मिक 'कर्मकांड' की याद क्यों दिलाया जा रहा है? आख़िर वे कौन लोग हैं?
अरविंद केजरीवाल ने यह क्यों दावा किया कि बीजेपी पिछले दरवाज़े से सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनवाना चाहती है? और कांग्रेसियों का आरोप में कितना दम है कि केजरीवाल इस काम में उसके सहयोगी हैं?
आँकड़ों का शौक़िया परीक्षण करने वाले रिटायर्ड अधिकारी मिलन कुमार का आकलन है कि पाँचवें राउंड तक में हुए मतदान में समाजवादी पार्टी बीजेपी से पहले डेढ़ सौ सीटों का बैरियर पार कर चुकी है!
अयोध्या विधानसभा सीट बीते कई दशकों में सिर्फ़ दो बार सपा द्वारा जीती गई है पर इस बार उनका प्रत्याशी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त क्यों है जबकि इस समय राम मंदिर बन रहा है ? देखिए शीतल के सवाल
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने सत्य हिंदी को बताया कि पहले दो चरण में हम नब्बे से ज़्यादा सीटें जीत रहे हैं। लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में उनसे बातचीत हुई।
भ्रमण के दौरान हम इगलास विधानसभा क्षेत्र के एक जाटबहुल गाँव में पहुँचे । यहाँ गंगा एकदम सीधी बह रही थी, महंगाई बेरोज़गारी और सरकारी नीतियों पर ग्रामीणों की आलोचना बेहद कड़वी थी । उत्तर प्रदेश इस चुनाव में कुछ ऐसे ही प्रतिक्रिया कर रहा है
‘ऑक्सीजन’ पर सुप्रीम कोर्ट ने एक फ़ैसला लिया, दिया नहीं! फ़ैसला यह है कि मोदी की केंद्रीय सरकार जिसने ऑक्सीजन के देशव्यापी वितरण के सारे हक़ अपने आपके लिए कर लिये थे, वह अपने काम को संतोषजनक ढंग से नहीं कर सकी।
कल रात की घटनाओं ने ग़ाज़ीपुर बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को संजीवनी दे दी है । हज़ारों किसानों ने कल रात से आज तक यहाँ दबिश दी । कल उखड़ गये टेंट आज फिर लग रहे हैं और आये हुए किसान रात यहीं बिताने की मंशा रखते हैं , शीतल पी सिंह की रिपोर्ट
कल मैं किसानों के जमावड़े के बीच था। घंटों रहा। वे वहाँ लाखों की तादाद में आ-जा रहे हैं। हज़ारों वहाँ अनवरत जमे हैं। किसी पंजाबी देहाती मेले जैसा दृश्य है। ये किराये पर ला सकने वाले लोग नहीं हैं! शीतल पी सिंह की आँखों देखी।
मुंबई पुलिस ने जब से अर्णब गोस्वामी को गिरफ़्तार किया है, बीजेपी के नेता इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बता रहे हैं और उन्होंने इसकी तुलना आपातकाल से कर दी है।
अर्नब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के मामले में तमाम सवाल खड़े हो गये हैं । समर्थन में अमित शाह समेत समूचे केंद्रीय मंत्रिमंडल के उतर पड़ने से यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या सिर्फ़ अर्नब गोस्वामी ही पत्रकार हैं जबकि ऐसे तमाम पत्रकार लोग ही ये सवाल उठा रहे हैं कि क्या अर्नब गोस्वामी पत्रकार बचे भी हैं ? इसी का विश्लेषण कर रहे हैं शीतल पी सिंह
क्या इमरान खान की सरकार अपने आख़िरी चरण में जा पहुँची है ? कराची में पुलिस और सेना सड़क पर आमने सामने क्यों आ गई है? पाकिस्तान का यह दौर कितने खून ख़राबे की ज़मीन तैयार कर रहा है और दुनियाँ पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? बता रहे हैं दानिश्वर विभूति नारायण राय
बिहार में सतह के नीचे बड़ी उलट पलट चल रही है । पिछले दिनों के लगभग सभी सर्वेक्षणों ने एन डी ए को भारी विजय के रथ पर सवार बताया था पर जिन चैनलों पर यह ऐलान किये गये उनके संवाददाता आज बिहार की ज़मीन की उमस देख हकला रहे हैं, इस बदलाव का बयान कर रहे हैं शीतल पी सिंह। Satya Hindi
देश में एक नई समस्या ने जन्म ले लिया है । वह ये है कि साधुओं की जानमाल पर अचानक ख़तरा बढ़ गया है । पालघर से शुरू हुआ सिलसिला यूपी में मंडरा रहा है और रोज़ कहीं न कहीं खबर बन रहा है । हाल-चाल बता रहे हैं शीतल पी सिंह
वरिष्ठ पत्रकार और चर्चित लेखक हेमंत शर्मा की एक और किताब छप कर बाज़ार में आ गई है। हमेशा की तरह उनकी किताब के शीर्षक ‘एकदा भारतवर्षे’ से उसके कथ्य के पांडित्यपूर्ण होने की झलक मिलती है। इस पुस्तक की सामग्री उनकी पिछली किताबों से एकदम भिन्न शैली की है।