नौटंकी भारत की एक ख़त्म होती हुई लोक कला है। एक समय पर उत्तर भारत में मनोरंजन का सबसे बड़ा माध्यम रही नौटंकी अब कुछ विशेष मंडलियों तक सीमित है। दिल्ली के श्रीराम सेंटर की नाटक मंडली (रेपर्टरी) ने सुल्ताना डाकू की कहानी को नौटंकी शैली में तैयार किया है। निर्देशक पद्मश्री राम दयाल शर्मा ने इस नाटक में नौटंकी की परंपरा को पुनर्जीवित कर दिया है। उन्नीसवीं सदी की शुरुआत में सुल्ताना डाकू नाम के एक चरित्र ने उत्तर प्रदेश के कुछ इलाक़ों में दहशत फैला दी थी।