अफ़ग़ानिस्तान में सरकार बनते ही तालिबान की सच्चाई सामने आने लगी है। इन दावों की पोल खुलने लगी है कि यह तालिबान 2.0 है, उदार है, पहले से अलग है, मध्य युगीन बर्बरता नहीं होगी वगैरह वगैरह।