हमने अपनी सुविधा के हिसाब से काल को दिन, महीनों और वर्षों में बाँट रखा है, लेकिन घटनाएं उनके दायरों में नहीं घटतीं या हम उन्हें वर्षों के अंदर नहीं बाँध सकते। बहुत सारे इतिहासकार मानते हैं कि बीसवीं सदी दरअसल, पहले विश्वयुद्ध के आगाज़ तथा सोवियत संघ की क्रांति से शुरू हुई थी और फिर समाजवादी देशों के पतन के साथ उसका अंत हुआ था। इसे उन्होंने छोटी सदी का नाम भी दिया था। इसी तरह कई इतिहासकार 21 सदी की शुरुआत भी 2001 के बजाय 1989 से मानते हैं।
2020: आगे क्या रूप लेगा अमेरिका-चीन नेतृत्व संघर्ष?
- दुनिया
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- 29 Dec, 2020

साल 2020 मोटे तौर पर बताता है कि आने वाला वक़्त चीन और अमेरिका के आर्थिक एवं राजनीतिक टकराव का है। इन दोनों देशों के बीच चलने वाली होड़ की वजह से एक नई विश्व व्यवस्था पहले से ही आकार ले रही थी, मगर अब उसमे और तेज़ी आएगी। यह व्यवस्था कई ध्रुवों वाली होगी और इसका नेतृत्व किसके हाथों में जाएगा, इसके पुख़्ता संकेत हमें 2021 में मिल सकते हैं।
दरअसल, अधिकांश घटनाओं के कुछ सिरे पीछे छूट गए सालों में होते हैं और कुछ आने वाले वर्षों में जाते हुए नज़र आते हैं। इसलिए उनका आकलन वर्षों के कुछ पीछे और आगे जाकर करना होता है।
मसलन, कोरोना महामारी हमारी स्मृति में 2020 की घटना के तौर पर दर्ज़ हो चुकी है, मगर चीन के वुहान में तो यह 2019 के नवंबर-दिसंबर में ही प्रकट हो चुकी थी और अब वह 2021 में भी मौजूद रहेगी यह तय है।