बीजेपी तथ्यों को तोड़-मरोड़कर और बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करने में माहिर है। वह हार को जीत और जीत को हार बता सकती है। सामान्य जीत को विश्वविजय के रूप में प्रस्तुत कर सकती है। उसके नेता और प्रवक्ता हर घड़ी इसी काम में लगे रहते हैं। यह उसकी प्रचारात्मक रणनीति का हिस्सा है। इससे जनता को भरमाती है और आने वाले मुक़ाबलों के लिए माहौल भी बनाए रखती है। बिहार के चुनाव परिणाम आने के बाद आए उनके बयानों को देखिए और चुनावी आँकड़ों से उनका मिलान करिए, आपकी समझ में आ जाएगा।