वेब सीरीज़ तांडव भी विवादों में फँस गई है। हिंदू की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगा है। बीजेपी के विधायक और सांसद की आपत्ति के बाद अब सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अमेज़ॉन प्राइम से जवाब भी माँग लिया है।
विपक्षी दलों ने अर्णब गोस्वामी वॉट्सऐप चैट की जेपीसी जाँच की मांग करते हुए कहा है कि यह क्लासीफ़ाइड इनफॉर्मेशन के लीक होने और मिलीभगत का मामला बन सकता है।
किसान नेता, किसान आंदोलन के समर्थन करने वाले लोगों को एनआईए द्वारा समन क्या उन्हें डराने के लिए भेजा गया है? हाल तक बीजेपी के सहयोगी रहे शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने तो कम से कम ऐसा ही आरोप लगाया है।
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान के शुरू होने के पहले दिन 1 लाख 91 हज़ार लोगों को टीका लगाया गया। सरकार ने पहले दिन 3 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था।
लगभग एक साल से कोरोना महामारी से लड़ रहे भारत के लोगों के लिए वह दिन आ ही गया, जिसका उन्हें बेसब्री से इंतजार था। देश में आज यानी 16 जनवरी से टीकाकरण यानी कोरोना की वैक्सीन लगनी शुरू हो गयी।
किसान आंदोलन में आढ़तियों, पंजाबी गायकों और किसान नेताओं पर आयकर विभाग (आईटी) की छापेमारी के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की ओर से समन किए जाने की बात सामने आई है।
पिछले साल हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय में पत्रकारिता पढ़ाने के लिए एनडीटीवी की नौकरी छोड़ने वाली राजदान ने एक ट्वीट कर विस्तार से बताया है कि वे फ़िशिंग की शिकार हुई हैं, उन्हें हॉवर्ड की नौकरी का प्रस्ताव एक फ़िशिंग जाल ही था।
टीआरपी स्कैम में फँसे अर्णब गोस्वामी की जो कथित वाट्सऐप चैट लीक हुई है उनकी वह बातचीत टीआरपी तैयार करने वाली एजेंसी बार्क के तत्कालीन प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के साथ है। आइए हम आपको बताते हैं कि क्या है उस चैट में-
अर्णब गोस्वामी अब बुरे फँस गए। पहले टीआरपी स्कैम में नाम आ रहा था। अब कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी का वाट्सऐप चैट लीक हुई है। वह चैट तत्कालीन टीआरपी तैयार करने वाले एजेंसी के प्रमुख और अर्णब गोस्वामी के बीच बतायी जा रही है।
कोरोना का टीकाकरण आज से शुरू हो गया है। टीकाकरण शुरू होने से पहले सरकार ने भी इसमें जुटे स्टाफ़ के लिए निर्देश जारी किए हैं। जानिए, किनको टीका लगाया जा सकता है और टीकाकरण में कब-क्या किया जाएगा-