कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कनाडा के मुद्दे पर मोदी सरकार का समर्थन किया। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को आरोप लगाया था कि जून में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में "भारतीय एजेंटों" की भूमिका है। इसके बाद कनाडा ने भारत के सीनियर राजनयिक को कनाडा से निष्कासित कर दिया। भारत ने मंगलवार को इसका जवाब दिया। उसने जस्टिन ट्रूडो के सभी आरोपों को "बेतुका और प्रेरित" बताते हुए उन्हें खारिज कर दिया। इसके बाद भारत ने भी कनाडा के राजनयिक को निष्कासित करते हुए उसे पांच दिन का समय देश छोड़ने के लिए दिया है।
कांग्रेस महासचिव और कम्युनिकेशन इंचार्ज जयराम रमेश ने कहा- देश हित और चिंता हर समय सर्वोपरि है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा- "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारे देश की लड़ाई से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। खासकर जब आतंकवाद भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए खतरा हो। हमारे देश के हितों और चिंताओं को हर समय सर्वोपरि रखा जाना चाहिए।"
भारत के विपक्षी दल घरेलू मुद्दों पर सरकार के साथ मतभेदों के बावजूद, आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार का समर्थन करते रहे हैं।
यह सारा विवाद भारत में वांछित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। कनाडा के हजारों सिखों ने इस हत्या पर गुस्सा जताया। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को आरोप लगाया कि हरदीप निज्जर कनाडाई नागरिक था। हमारे नागरिक की हत्या में भारतीय एजेंटों की भूमिका है। ट्रूडो के बयान के बाद कनाडा ने भारत के सीनियर डिप्लोमैट को कनाडा से निष्कासित कर दिया।
भारत ने मंगलवार को कनाडा की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया। भारत ने जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भारत समय-समय पर अपना विरोध दर्ज कराता रहा है। मौजूदा कार्रवाई चिन्ता का विषय है। इसके बाद भारत ने भी मंगलवार को ही कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को देश निकाला दे दिया और कहा कि वो पांच दिनों में देश छोड़ दे।
कनाडा में जिस हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी वो जालंधर में एक पुजारी की हत्या में वांछित था। उसके खिलाफ एनआईए ने जांच की थी। भारत ने निज्जर पर दस लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
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