कोरोना वायरस के ख़ौफ़ ने अजीब संवेदनहीनता पैदा कर दी है। जो डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से लोगों की जानें बचाने में जुटे हैं क्या उन्हें सिर्फ़ इसलिए प्रताड़ित किया जा सकता है कि वे कोरोना मरीज़ों का इलाज क्यों कर रहे हैं? ये प्रताड़नाएँ सिर्फ़ सामाजिक भेदभाव तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि मिलते ही रास्ते बदल लेने, अपने ही घरों में घुसने नहीं देने, सामाजिक बहिष्कार करने जैसी कई तरह की प्रताड़नाएँ हैं। ऐसी ही एक प्रताड़ना से तंग आकर दिल्ली के द्वारका में एक डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत की है। वह लोगों के बुरे बर्ताव से इतने परेशान हो गए हैं कि लॉकडाउन ख़त्म होते ही उस सोसायटी को छोड़कर कहीं और रहने की योजना बना रहे हैं।