देश भर में ओबीसी की सामाजिक-आर्थिक हैसियत और उनकी संख्या जानने के लिए सरकार भले ही जाति जनगणना नहीं करा रही है, लेकिन सरकार की ही एक रिपोर्ट से ग्रामीण क्षेत्रों में ओबीसी की कुछ जानकारी मिलती है। उस रिपोर्ट के अनुसार देश के गाँवों में 17.24 करोड़ कुल परिवारों में से क़रीब 44.4 फ़ीसदी ओबीसी हैं। हालाँकि, यह संख्या देश के शहरी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। पूरे देश भर में इसके आधिकारिक आँकड़ों के लिए जाति आधारित जनगणना ज़रूरी है, लेकिन सरकार इससे सहमत नहीं है।
जाति जनगणना पर बहस के बीच आया आंकड़ा- आधे ग्रामीण परिवार ओबीसी!
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- 29 Sep, 2021
जाति जनगणना के बिना भी क्या ओबीसी की स्थिति का पता चल सकता है? पूरे देश का तो नहीं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के ओबीसी परिवारों का आंकड़ा आया है। जानिए, गांवों में कैसी है ओबीसी की स्थिति।

केंद्र सरकार ने पिछले हफ़्ते ही सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि जनगणना में एससी-एसटी के अलावा किसी भी अन्य जाति की जानकारी जारी नहीं करना एक समझदारी वाला नीतिगत निर्णय है। सत्ताधारी पार्टी से जुड़े कुछ लोग तर्क देते दिखते हैं कि जाति जनगणना से समाज में बिखराव आएगा।