28 अक्टूबर, 2019 को जाने माने साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर पुखराज सिंह ने एक रिपोर्ट से सनसनी फैला दी! उन्होंने दावा किया था कि उनके हाथ एक डाटा लगा है जो बताता है कि भारत के सबसे नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र को हैक कर लिया गया था। पहले भारत सरकार की तरफ़ से इनकार किया गया। बाद में यानी 30 अक्टूबर को न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (एनपीसीएल) ने कुडनकुलम प्लांट के प्रशासनिक कंप्यूटर में मालवेयर पाए जाने की पुष्टि की थी। हालाँकि एनीपीसीएल ने किसी भी तरह के नुक़सान की आशंका को सिरे से ख़ारिज कर दिया था।
स्पाइवेयर: साइबर अपराधियों के शिकंजे में डिजिटल दुनिया
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- 18 Jul, 2021


रविवार को यह खुलासा हुआ कि किस तरह स्पाइवेअर पेगासस का इस्तेमाल कर 40 पत्रकारों की जासूसी की गई। लेकिन यह पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले 2019 में यह बात सामने आई थी कि वॉट्सऐप से पेगासस के ज़रिए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और दूसरी लोगो की जासूसी की गई थी। उस समय इस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई थी।
























