महाराष्ट्र में चुनाव के लिए मतदाता भारी संख्या में घरों से निकले। राज्य में देर रात तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मतदान 65.1 प्रतिशत को पार कर गया। राज्य में इतनी भारी तादाद में मतदान दशकों बाद हुआ है। 1995 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब राज्य में 71.69 प्रतिशत मतदान हुआ था। यह मतदान इस साल के लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में दर्ज 61.39 प्रतिशत और 2019 के विधानसभा चुनावों में दर्ज 61.4 प्रतिशत से कहीं ज़्यादा है। तो सवाल है कि इतनी भारी तादाद में मतदान का मतलब क्या है? क्या एंटी इंकंबेंसी यानी सरकार के ख़िलाफ़ ग़ुस्से में इतने लोग बाहर निकले या फिर सरकार की नीतियों और योजनाओं का समर्थन करने के लिए?
महाराष्ट्र में 30 साल में रिकॉर्ड वोटिंग के मायने क्या, किसकी जीत के संकेत?
- महाराष्ट्र
- |
- 29 Mar, 2025
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई है। जानिए, दोनों गठबंधनों ने इस रिकॉर्ड वोटिंग के मायने क्या निकाल रहे हैं।

वैसे, दोनों गठबंधन दावा कर रहे हैं कि ज़्यादा वोट पड़ने का मतलब यह है कि उनकी जीत है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि मतदान में बढ़ोतरी से सत्तारूढ़ महायुति को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, 'जब भी मतदान में बढ़ोतरी होती है, तो भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ होता है। यह साफ़ है कि पिछले चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है। इससे भाजपा और महायुति दोनों को मदद मिलेगी।'