ईराक़ के केंद्र में बसे अल जल्लाम नाम के गाँव के अल बदरी क़बीले में जन्मे इब्राहिम अवाद इब्राहिम अल-बदरी उर्फ़ अबू बकर अल-बग़दादी पाँच भाई और तमाम बहनों में से एक था। उसका परिवार भेड़ें पालता था। अल बदरी क़बीला अपने को क़ुरैश कबीले के अंश के रूप में जानता-मानता है। इसलाम के मानने वालों के लिये अल क़ुरैश क़बीले का बड़ा महत्व है क्योंकि पैग़म्बर मोहम्मद इसी कबीले के थे!
बचपन से ही धार्मिक स्वभाव वाला बग़दादी कैसे बना क्रूर आतंकवादी?
- विचार
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- 29 Mar, 2025

दुनिया के सबसे ख़ूंखार आतंकवादी संगठन आईएस के सरगना बग़दादी की बर्बरता के तमाम सबूत हैं लेकिन बचपन में वह असाधारण धार्मिक श्रद्धा रखने वाला बच्चा था। ख़ाली समय में वह मसजिद की सफ़ाई करता था और क़ुरान के पाठ भी उसने दूसरे बच्चों से पहले याद कर लिये थे। हाईस्कूल तक पहुँचते-पहुँचते लोगों ने उसे इमाम की जगह जुमे की नमाज़ पढ़ाने का काम सौंप दिया क्योंकि उसकी आवाज़ चिड़ियों की तरह मीठी थी!
रुक्मणि कैलामाची ने बग़दादी के मारे जाने के बाद न्यूयार्क टाइम्स के लिये शानदार स्टोरी की है। वह बरसों से बग़दादी से जुड़ी स्टोरी पर काम करती रहीं हैं और अरब इलाक़ों के सामाजिक-सैन्य और आर्थिक ताने-बाने समेत आतंकवाद के मुद्दों पर उनका काम बहुत लोगों को शिक्षित करता है। कई ट्वीट्स में उन्होंने बग़दादी के मारे जाने के बाद अपनी जानकारियों को साझा किया है।