भारत और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी हैं जिन्हें लड़ने के लिए बहाने नहीं तलाशने पड़ते। कुछ मुद्दे उनके पास सदाबहार हैं तो कुछ उनकी झोली में आ गिरते हैं। कई बार वे खुद ही मुद्दे खड़े कर डालते हैं। उन्हें इससे कोई मतलब नहीं कि वे दूसरी बहुत सी बड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं और उनकी प्राथमिकता उनका समाधान करना होना चाहिए।