वर्ष-2021 की महात्मा गांधी पुण्य तिथि ऐसे मौके पर आई है, जब खुद को लोक प्रतिनिधि सभा कहने वाली संसद में खेती से जुड़े ऐसे तीन प्रस्तावों को बिना बहस के क़ानून बना दिया गया है, जिन्हें खुद खेतिहर अपने खिलाफ बता रहे हैं। वे क़ानूनों को रद्द कराने की जिद्द पर अडे़ हैं। कृषि मंत्री कह रहे हैं कि वह इन्हे डेढ़ वर्ष के लिए टालने से ज्यादा और कुछ नहीं कर सकते; गोया कृषि मंत्री दाता हों और किसान भिक्षुक।