जानिए, राकेश झुनझुनवाला को, जिन्होंने 1986 में पाँच हज़ार रुपए से शुरू करके 2022 में पैंतालीस हज़ार करोड़ रुपए तक की संपत्ति अर्जित कर ली।
महंगाई क्यों बढ़ी, जीएसटी की दर क्यों बढ़ाई, विकास दर कम क्यों है? अर्थव्यवस्था से जुड़े ऐसे सवालों पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण राजनीतिक भाषण क्यों देने लगीं? जानिए, क्या है वजह।
दूध पर टैक्स लगने की खबर को लेकर देश भर में चर्चा शुरू हो गई। यह खबर गलत थी लेकिन यह गलत खबर कहां से आई और कैसे फैली?
रूस-यूक्रेन युद्ध की मार अब दुनिया भर के तमाम देशों पर पड़ने जा रही है। इस वजह से महंगाई बढ़ रही है और आर्थिक हालात खराब हो रहे हैं।
महंगाई कब तक चलेगी? रिजर्व बैंक को कब तक महंगाई बर्दाश्त के बाहर रहने की आशंका दिख रही है? इससे निपटने के लिए वो कितना ब्याज और बढ़ाएगा?
जीडीपी विकास दर की रिपोर्ट मंगलवार को जारी हुई। इसमें चौथी तिमाही में वह दर गिरकर 4.1 फ़ीसदी तक पहुँच गई। ऐसे में क्या बेतहाशा बढ़ती महंगाई भारत के विकास की गति को बेपटरी कर देगी?
एलआइसी का आइपीओ क्या है? सरकार इसे क्यों जारी कर रही है और इसमें कौन निवेश कर सकता है यानी कौन खरीद सकता है? पैसा लगाने में फायदा है या नुक़सान? जानिए हर सवाल का जवाब।
एलआईसी का आईपीओ आने् शेयर खरीदने वालों के लिए फायदे का सौदा है या नुक़सान का? क्या लिस्टिंग के वक्त भाव बढ़ने की या तगड़ा फायदा होने की गुंजाइश नहीं है?
बिजली की किल्लत की वजह क्या है? जब देश में लगभग चार सौ गीगावॉट बिजली बन सकती है तो आखिर दो सौ चार गीगावॉट की मांग सुरसा के मुंह जैसी क्यों दिख रही है?
मोदी सरकार बता रही है कि टैक्स से उसकी कमाई बढ़ी है लेकिन महंगे पेट्रोल-डीजल और जरूरी सामानों के बढ़ते दामों से जूझ रही जनता को राहत देने की कोई योजना क्या उसने बनाई है?
श्रीलंका का आर्थिक संकट कितना गहरा है? इसने खुद को डिफॉल्टर क्यों घोषित किया और अब ऐसा करने से वहाँ क्या बदलेगा?
एचडीएफसी के अपने सहयोगी कंपनी एचडीएफसी बैंक में विलय के क्या मायने हैं? इस विलय का क्या असर होगा और प्रतिस्पर्धियों के सामने क्या चुनौतियाँ होंगी?
क्या आपको पता कै कि यूक्रेन पर हमला के बाद रूस को हर रोज़ कितना नुक़सान उठाना पड़ रहा है? यूक्रेन तो तबाह हो ही रहा है, लेकिन रूस क्या आर्थिक रूप से कंगाल नहीं हो रहा है?
कोरोना लॉकडाउन लगने के दो साल बाद क्या अर्थव्यवस्था पटरी पर आई? बेरोजगारी और कमाई की कमी से जूझते लोगों के सामने अब महंगाई का ख़तरा और क्यों बढ़ रहा है?
कोरोना, लॉकडाउन और सप्लाई में दिक्कतों की वजह से पहले से ही दाम बढ़े हुए थे, लेकिन जानिए अब यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद क्या हालात बने हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बजट में क्या करेंगी और कैसे करेंगी? इस वक्त एक बड़े तबके को मदद और सहारे की ज़रूरत है तो क्या वह बजट में इसका ध्यान रखेंगी?
वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान का शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। जानिए, उनके साथ पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले और उनके क़रीबी दोस्त आलोक जोशी उन्हें कैसे याद करते हैं....
आरबीएल बैंक के शेयरों की क़ीमत में भारी गिरावट आई थी। क्या इस बैंक में उथल-पुथल का दौर चल रहा है और बैंक के मैनेजमेंट को क्यों कहना पड़ रहा है कि सबकुछ ठीक है?
देश में अमीरों और ग़रीबों के बीच खाई इतनी चौड़ी क्यों है? देश के दस परसेंट अमीरों की सालाना कमाई देश की कुल कमाई का सत्तावन परसेंट हिस्सा क्यों है? क्या यह सरकार द्वारा लगाम छोड़ने का नतीजा है?
क्रिप्टोकरेंसी पर क़ानून आने के बाद रिज़र्व बैंक एक डिजिटल करेंसी भी जारी करने जा रहा है। लेकिन सवाल है कि जिसकी कोई वास्तविक क़ीमत नहीं है उसको मान्यता कैसे मिलेगी?
आम आदमी को पेट्रोल-डीजल के दामों से और इकोनॉमी को महंगाई के दबाव से राहत के लिए आख़िर क्या किया जाना चाहिए? जानिए, सरकार के सामने क्या है रास्ता।
दुनिया भर के विशेषज्ञ भारत में आर्थिक विकास दर के बढ़ने के संकेत दे रहे हैं। जानिए, आर्थिक विशेषज्ञों को धनतेरस और दिवाली से क्यों है तरक्की की उम्मीद।
दाम बढ़ने की वजह यही है कि कंपनियों का ख़र्च बढ़ गया है। और वो भी तब जबकि वो किफायत के सारे रास्ते आजमा चुकी हैं। ऐसे में दाम काबू करने का दबाव शायद बहुत से क़ारोबारों के लिए ख़तरनाक भी साबित हो सकता है।
पेट्रोल डीजल इतना महंगे क्यों है? अधिकतर इसका जवाब जानते होंगे। लेकिन मोदी सरकार पूर्व में कांग्रेस शासन में ऑयल बॉन्ड को इसलिए ज़िम्मेदार क्यों मानती है? इसमें कितनी सच्चाई है?
श्रीलंका में फ़ूड इमरजेंसी यानी खाद्य आपातस्थिति का ऐलान हुआ है। जानकारों का कहना है कि यह सिर्फ़ खाने का संकट नहीं है बल्कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी मुसीबत का संकेत है और दरअसल यह आर्थिक आपातकाल का ऐलान है।
पीएफ़ पर टैक्स लगना शुरू हो गया है लेकिन इससे कौन लोग प्रभावित होंगे और आपको किन ज़रूरी बातों को ध्यान में रखना है जानिए इस लेख में।