दिल्ली का एक्यूआई रविवार को 259 था। दिवाली के दिन यह 312 तक पहुँच गया और दिवाली के बाद मंगलवार सुबह कई जगहों पर यह क़रीब 350 के आसपास रहा। एक्यूआई यानी ख़राब हवा मापने का पैमाना। देखा जा सकता है कि दिवाली पर पटाखों के बाद हवा में 'ज़हर' काफ़ी ज़्यादा बढ़ गया। तो सवाल है कि ख़राब हवा की इतनी चिंता क्यों? क्यों पटाखों पर पाबंदी लगाई गई? और जब पाबंदी लगाई गई तो फिर हवा बेहद ख़राब क्यों हो गई?