पाकिस्तान के ननकाना साहिब से जिस सिख लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन की शिकायत उसके परिजनों ने की थी, स्थानीय पुलिस ने दावा किया है कि वह अपने घर वापस आ गई है और इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन दूसरी ओर, लड़की के भाई ने कहा है कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है और उसकी बहन घर नहीं आई है। लड़की की उम्र 19 साल है।
पाक: सिख लड़की को शेल्टर होम में भेजा, 8 गिरफ़्तार
- दुनिया
- |
- 31 Aug, 2019
सिख संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने सिख समुदाय से बातचीत के लिए एक कमेटी का गठन किया है।

जमात-उद-दावा से जुड़ा है युवक!
इस मामले में हैरान करने वाली जानकारी यह है कि बताया गया है कि लड़की से शादी करने वाला युवक हाफ़िज़ सईद के आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा से जुड़ा हुआ है। अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। हाफ़िज़ सईद आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सह संस्थापक भी है और 2008 में मुंबई में आतंकवादी हमला कर चुका है।इस मामले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई थी। इसके अलावा कई सिख संगठनों ने सिख लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करवाने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की माँग की थी और देश भर में प्रदर्शन किये थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इमरान ख़ान और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की माँग की थी।
\r\n\r\nShocking incident of a Sikh girl being kidnapped & forced to convert to Islam in Nankana Sahib, Pakistan. Call upon @ImranKhanPTI to take firm and immediate action against the perpetrators. Request @DrSJaishankar to strongly take up the issue with his counterpart at the earliest. pic.twitter.com/hpHvD9kkEJ
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 30, 2019
बदनाम है पाकिस्तान
बता दें कि पाकिस्तान से लगातार ऐसी ख़बरें आती रहती हैं कि वहाँ अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है। यह आरोप लगता है कि पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई, हाजरा व अहमदिया अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसा, धर्मांतरण, नाबालिग अल्पसंख्यक कन्याओं के अपहरण, बलात्कार व जबरन विवाह का सिलसिला जारी है। इसी साल होली के मौक़े पर यह ख़बर सामने आई थी कि होली के दिन रीना (15) और रवीना (13) नाम की दो नाबालिग लड़कियों का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था और बाद में जबरन धर्म परिवर्तन करते हुए उनकी शादी कर दी गई।मानवाधिकार संगठनों के मुताबिक़, पाकिस्तान सरकार वहाँ अल्पसंख्यकों पर अत्याचार व हिंसा रोकने में असफल रही है और इसी कारण अल्पसंख्यकों की संख्या कम होती जा रही है। पाकिस्तान की सरकार पर आरोप लगता है कि वह आतंकवादियों को बढ़ावा देती है और वे पाकिस्तान की पहचान इस्लामिक बनाये रखने के लिए अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करते हैं।