हालांकि ट्रम्प ने बाद में एच 1 बी वीजा पर बहस के दौरान अपनी बात में सुधार किया। लेकिन आदेश को नहीं बदला। व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रम्प ने कहा कि उन्हें एच-1बी विदेशी मेहमान वीजा, श्रमिक वीजा पर बहस के दोनों पक्ष पसंद हैं। वह देश में आने वाले "काबिल लोगों" का स्वागत करते हैं।
20 हजार भारतीयों पर लटकी तलवार, भारत चिंतितः ट्रम्प ने भले ही कई देशों से अवैध आव्रजन (इमीग्रेशन) को रोकने के लिए कड़ा उठाया है। लेकिन उसकी बेचैनी भारत में भी महसूस की जा रही है। मोदी सरकार इस बात को लेकर परेशान है कि यूएस से बड़ी तादाद में ऐसे भारतीयों की वापसी हो सकती है जो अवैध अप्रवासी श्रेणी में आते हैं। करीब 300,000 भारतीय छात्र अमेरिका में हैं, जो कि किसी भी विदेशी देश का सबसे बड़ा समूह हैं। कुल मिलाकर 20,000 से अधिक की स्थिति पर बादल मंडरा रहे हैं।
अमेरिकी एजेंसी आईसीई ने भारत को इराक, दक्षिण सूडान और बोस्निया-हर्जेगोविना के साथ उन 15 "असहयोगी" देशों की सूची में रखा है जो अमेरिका से अपने "अवैध" नागरिकों को वापस स्वीकार करने में अनिच्छुक हैं। "असहयोगी" के वर्गीकरण में फिर कई श्रेणियां हैं।