ट्विटर की तरह दिखने वाली जिस माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट 'कू' को लेकर मंत्रियों के ट्वीट के बाद यह ट्रेंड करने लगा था उसकी ऐप में डाटा की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। कू ऐप पर फ्रांस के हैकर इलिएट एल्डर्सन ने दावा किया है कि उस ऐप से फ़ोन नंबर, ईमेल आईडी, जन्मदिन की तिथि जैसी भी गुप्त जानकारियों के लीक होने का ख़तरा है।
हैकर का दावा- कू ऐप पर यूज़र का डाटा लीक होने का ख़तरा
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- 11 Feb, 2021
कू ऐप पर फ्रांस के हैकर इलिएट एल्डर्सन ने दावा किया है कि उस ऐप से फ़ोन नंबर, ईमेल आईडी, जन्मदिन की तिथि जैसी भी गुप्त जानकारियों के लीक होने का ख़तरा है।

ट्विटर और सरकार के बीच तकरार के बीच यह 'कू' चर्चा में आया है। कू को ट्विटर के भारतीय विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। साफ़ शब्दों में कहें तो यह ट्विटर की तरह ही माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट है। ट्विटर की तरह लोगों को फॉलो किया जा सकता है और 'कू' को लाइक और 'रिकू' किया जा सकता है। ऑडियो या वीडियो-आधारित पोस्ट भी की जा सकती है। ट्विटर की तरह 'कू' में भी हैशटैग की व्यवस्था है। ट्विटर की तरह ही '@' प्रतीक का उपयोग करके अपनी पोस्ट में किसी अन्य व्यक्ति को भी टैग किया जा सकता है। कू पर पोल्स पोस्ट करने, फ़ोटो और वीडियो साझा करने का विकल्प भी है। इसकी ऐप भी गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।