भारतीय विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता को उपयोगी बताते हुए कहा है कि दोनों के बीच यूक्रेन युद्ध और चीन पर भी चर्चा हुई। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि शिखर सम्मेलन एक बहुत ही उपयोगी, रचनात्मक और विचारों की वाला था। यह शिखर सम्मेलन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूद घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है, साथ ही इस द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए दोनों प्रधानमंत्री कृत संकल्प हैं।



विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और मानवीय स्थिति के बारे में गंभीर चिंताओं पर चर्चा की। उन लोगों ने इस तथ्य पर समान रूप से जोर दिया कि तमाम देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान पर वो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के समर्थन में हैं। यूक्रेन के मुद्दे पर, यह स्पष्ट था कि दोनों पक्षों ने क्वाड शिखर सम्मेलन का उल्लेख किया था जिसमें नेताओं का स्पष्ट दृष्टिकोण था कि यूक्रेन की स्थिति का हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर प्रभाव नहीं होना चाहिए।