कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तेज़ी से फैल रहा है उसको देखते हुए सरकार ने ही अनुमान लगाया है कि अगले दो महीने में बहुत बड़ी संख्या में मास्क, ग्लव्स, गोगल्स जैसे पीपीई उपकरण, टेस्ट किट और वेंटिलेटर की ज़रूरत होगी। इसमें 2 करोड़ 70 लाख एन95 मास्क, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के उपकरणों वाले एक करोड़ 50 लाख पीपीई किट, 16 लाख टेस्ट किट और 50 हज़ार वेंटिलेटर शामिल हैं। हालाँकि यह आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई है और यह ख़बर मीडिया रिपोर्टों में छन-छन कर बाहर आई है।
कोरोना: दो माह में होगी 2.7 करोड़ एन95 मास्क, 50 हज़ार वेंटिलेटर की ज़रूरत
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- 6 Apr, 2020
कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तेज़ी से फैल रहा है उसको देखते हुए सरकार ने ही अनुमान लगाया है कि अगले दो महीने में बहुत बड़ी संख्या में मास्क, ग्लव्स, गोगल्स जैसे पीपीई उपकरण, टेस्ट किट और वेंटिलेटर की ज़रूरत होगी।

यह ख़बर तब आई है जब देश में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत ठीक नहीं है और ऐसे में हर रिपोर्ट में यह बात कही जा रही है कि कोरोना से लड़ने के लिए तैयारी पुख्ता की जानी चाहिए। क्योंकि यह वायरस काफ़ी ज़्यादा संक्रामक है और यह तेज़ी से फैलता है इसलिए इस वायरस से पीड़ित बीमार के इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा बड़ी चिंता की वजह है। चिंता का कारण इसलिए भी है क्योंकि उनके लिए ज़रूरी मास्क, ग्लव्स, कवरॉल जैसे सुरक्षा के उपकरणों की भारी कमी की ख़बरें आ रही हैं। कई जगहों से ऐसी ख़बर भी आई थी कि क्योंकि कवरॉल नहीं थे तो रेनकोट पहनकर इलाज किया जा रहा था। एक जगह से ख़बर आई थी कि डॉक्टर हेलमेट पहनकर इलाज कर रहे थे।