तेज़ी से सिकुड़ रही और सुस्ती की मार झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था जिस समय इतने नीचे गिर गई कि इसकी सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत तक आ गई, उसी समय कोरोना वाइरस ने भी विश्व अर्थव्यवस्था पर हमला कर दिया।