आरसीईपी में शामिल न होने का फ़ैसला मोदी सरकार का अब तक का पहला (और इकलौता) फ़ैसला है जो चंद धन्नासेठों के ही नहीं, भारत की आम जनता, ख़ासतौर पर ग़रीबों और भारत के अपने दीर्घकालिक हितों में है।