संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को गिरना ही है, ये सारी दुनिया जानती है इसलिए इसकी जय-पराजय का कोई महत्व नहीं है। महत्व इस बात का है कि इस प्रस्ताव के जरिये संसद में सरकार की असफलताओं और सफलताओं पर खुलकर बहस हुयी और देश-दुनिया ने देखा कि सरकार और विपक्ष कितने पानी में हैं? अविश्वास प्रस्ताव पर अब प्रधानमंत्री के भाषण यानी उत्तर का किसी को कोई इन्तजार नहीं है, क्योंकि लोकसभा में गृहमंत्री जो कुछ बोल चुके हैं प्रधानमंत्री उसी को दोहराएंगे। ये बात अलग है कि उनका भाषण नाटकीयता से भरा होगा। आप मनोरंजन के लिए उसे अवश्य सुन सकते हैं।