कुछ दिन पहले रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘बवाल’ में एक डायलॉग है- “माहौल ऐसा बनाओ कि लोग रिज़ल्ट भूल जायें!” यानी ऐसा धमाका करो कि लोगों की आँख में धूल भर जाये और वे हक़ीक़त न देख पायें। इम्तहान में फ़ेल हो जाओ तो मुहल्ले भर में मिठाई बाँट दो ताकि लोगों को लगे कि अच्छे नंबरों से पास हुए। या परीक्षा प्रणाली पर सेमिनार आयोजित करा दो। अचानक पैदा हुई ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की बहस कुछ ऐसा ही प्रयास है।