क्या बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक हैसियत कम हो रही है? एक तरफ़ तो उन्हें नव गठित गठबंधन ‘इंडिया’ का प्रमुख और विपक्ष की तरफ़ से प्रधान मंत्री पद का उम्मीदवार बताया जा रहा है, दूसरी तरफ़ हाल में आए एक टीवी चैनल के ओपिनियन पोल में यह दिखाने की कोशिश की गयी है कि नीतीश और नया गठबंधन बिहार में 2019 के लोक सभा चुनावों की बराबरी भी नहीं कर पाएगा। 2019 के लोक सभा चुनावों के समय बीजेपी,जेडीयू और एलजेपी के बीच गठबंधन था। अब जेडीयू ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है।

बिहार की चुनावी राजनीति को लेकर तमाम टीवी चैनल जो आंकड़ों की बाजीगरी कर रहे हैं, वो कितना सच है। क्या बिहार में नीतीश कुमार वाकई कमजोर हो रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार शैलेश का सटीक विश्लेषण पढ़िएः
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक