विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ओमिक्रॉन का ही एक रूप यानी सब-वैरिएंट अपने मूल वैरिएंट से भी ज़्यादा संक्रामक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कुछ ऐसे शोध सामने आए हैं। इसने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन का यह सब-वैरिएंट कम से कम 57 देशों में फैल चुका है। हालाँकि, अभी तक यह साफ़ नहीं है कि यह पहले से ज़्यादा घातक है या कम।