2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी या एनडीए की तरफ़ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कौन होंगे, क्या इस सवाल पर संदेह है? तो फिर अमित शाह को या बीजेपी को यह कहने की ज़रूरत क्यों पड़ी?
सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के मयाने क्या हैं? सोनिया के अलावा राहुल गांधी, तृणमूल, शिवसेना जैसे विपक्षी दलों के नेताओं से पूछताछ क्या बदले की कार्रवाई है?
मोदी सरकार ने जिन शब्दों को संसद में असंसदीय क़रार दिया है, क्या उन शब्दों में कुछ भी आपत्तिजनक है या फिर उन शब्दों से कोई डर है? क्या हो जब इन शब्दों के बदले दूसरे शब्द इस्तेमाल किए जाने लगें?
ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर के खिलाफ कई मुक़दमे दर्ज किए जा चुके हैं। क्या यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि ज़ुबैर बहुत बड़े अपराधी हैं जबकि नुपूर शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
पहले नूपुर शर्मा और अब महुआ मोइत्रा की टिप्पणी के कारण देश की सियासत में अच्छा खासा विवाद खड़ा हो गया है। क्या इन दोनों महिला नेताओं की गिरफ्तारी होगी?
एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों की ओर से बार-बार बाला साहेब के हिन्दुत्व का तर्क दिया जा रहा है। यह जानना जरूरी है कि क्या शिवसेना अपनी शुरुआत से हिन्दुत्ववादी पार्टी थी?
अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहे युवा आखिर क्यों इतने उग्र हो गए हैं, इस बारे में केंद्र सरकार उनसे बात क्यों नहीं करती?
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर बुलडोजर चलाया है। लेकिन कश्मीर के आतंकियों पर बीजेपी की सरकार के ये बुलडोजर क्यों नहीं चलते? क्या उसकी नज़र बहुसंख्यकवाद पर है।
पैगंबर साहब पर की गई टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बाद दिल्ली पुलिस ने असदुद्दीन ओवैसी सहित कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है। जबकि नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को गिरफ्तार तक नहीं किया जा रहा है। इसका क्या मतलब है?
नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिए गए बयान को लेकर इस्लामिक मुल्कों का जोरदार विरोध और देश के कई हिस्सों में बन रहा सांप्रदायिक तनाव का माहौल क्या वाकई किसी बड़े ख़तरे का संकेत है?
क्या देश में बढ़ रही 'असहिष्णुता' से आरएसएस को अब दिक्कत महसूस होने लगी है? क्या हर मसजिद में विवाद ढूंढने से संघ प्रमुख मोहन भागवत को परेशानी हो रही है? जानिए उन्होंने क्यों कहा कि हर मसजिद के नीचे शिवलिंग खोजने की ज़रूरत नहीं।
कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची में चौंकाने वाली बात यह है कि पार्टी को महाराष्ट्र से कोई मराठी, छत्तीसगढ़ से कोई छत्तीसगढ़ी और राजस्थान से कोई राजस्थानी नेता नहीं मिला।
राजद्रोह मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फ़ैसले के बाद इस पर विवाद गहराया है। कुछ लोग इसे देशद्रोह मानते हैं। लेकिन क्या ऐसा है कि राजद्रोह क़ानून और देशद्रोह क़ानून एक ही हैं?
देश की अदालतों में लंबित मामले चिंता की कितनी बड़ी वजह होने चाहिए? 4 करोड़ से ज़्यादा लंबित मामले हैं। तो प्राथमिकता लंबित मामलों का निपटारा या फिर न्याय मिलने की भाषा होनी चाहिए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से वैट की दर में कमी करने की अपील की है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्रोल-डीजल पर केंद्र की वसूली कितनी है और राज्यों की कितनी?