देश की अदालतों में लंबित मामले चिंता की कितनी बड़ी वजह होने चाहिए? 4 करोड़ से ज़्यादा लंबित मामले हैं। तो प्राथमिकता लंबित मामलों का निपटारा या फिर न्याय मिलने की भाषा होनी चाहिए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से वैट की दर में कमी करने की अपील की है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्रोल-डीजल पर केंद्र की वसूली कितनी है और राज्यों की कितनी?
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली तक बुलडोजर बेलगाम रफ्तार के साथ कार्रवाई कर रहा है। नफरत का यह बुलडोजर कानून का भी मखौल बना रहा है और संविधान को भी तहस-नहस कर रहा है।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले कई किसान लंबे समय से जेलों में बंद हैं और उन्हें जमानत नहीं मिल पा रही है। इन किसानों की रिहाई के मसले पर सुप्रीम कोर्ट कब ध्यान देगा?
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अखंड भारत की बात कही है। क्या संघ ने द्विराष्ट्र का सिद्धांत छोड़ दिया है और मोहन भागवत यति नरसिंहानंद जैसे लोगों पर क्यों नहीं बोलते?
नवरात्र से लेकर रामनवमी तक देश के कई राज्यों में हिंसा की ख़बरें क्यों आईं और वह भी तब जब कई मामलों में तो पुलिस भी मौजूद नज़र आई? प्रशासन की मौजूदगी में ऐसा क्यों हुआ?
योगी सरकार में कई ऐसे नेताओं को मंत्री बनाया गया है जो ना तो विधान परिषद के सदस्य हैं और ना ही विधानसभा के। ऐसे में इन्हें विधानसभा में भेजने के लिए पार्टी क्या कुछ विधायकों का इस्तीफा लेगी?
यूक्रेन में बेहद खराब हालात में फंसे भारतीयों को लाने में मोदी सरकार नाकाम दिखी है। भारतीयों को लाना सरकार का फर्ज है लेकिन सरकार इसमें भी वाहवाही लूटना चाहती है।
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण में भी बीजेपी और सपा के बीच तगड़ा मुकाबला है। अगर इस चरण में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ तो उसके लिए इसकी भरपाई करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
कांग्रेस भी बीजेपी की तरह अपने राजनीतिक विरोधियों को देशद्रोही बताने लगी है। अरविंद केजरीवाल पर इतने गंभीर आरोप लगाने के लिए उसके पास क्या कोई मजबूत आधार है?
राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ के सामने ही चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब कांग्रेस के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार की घोषणा कर क्या हासिल किया?
असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले का एक अभियुक्त हिंदू संगठन से जुड़ा है। सवाल यह है कि जो लोग गोडसे-आप्टे का समर्थन कर रहे हैं और गांधी की हत्या को जायज ठहरा रहे हैं, वही जमात क्या सचिन-शुभम पैदा नहीं कर रही है?
उत्तर प्रदेश के चुनाव में अपनी पहली रैली में मायावती कांग्रेस पर हमलावर रहीं, दूसरी ओर बीजेपी मायावती के खिलाफ पूरी तरह चुप है, आखिर इसका क्या मतलब है?
पेगासस स्पाईवेयर के ज़रिए जासूसी क्या लोकतंत्र विरोधी और नागरिक स्वतंत्रता पर हमला नहीं है? क्या जिस तरह से इस मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया उसी तरह से दूसरी विपक्षी पार्टियाँ उठाएँगी?