बिहार में दो करोड़ बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के मामले में विपक्ष, खासकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इतने हमलावर हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बचाव में उतरना पड़ा है। नीतीश कुमार ने कहा है कि सभी जिलों के डीएम स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे के बारे में लोगों को बताएँ।

आरजेडी ने प्रीपेड बिजली मीटर के मुद्दे पर 1 अक्टूबर से राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने की घोषणा कर रखी है और इसमें कांग्रेस भी उसके साझीदार बनने वाली है। जानिए, तेजस्वी की क्या है पूरी योजना।
रोचक बात यह है कि ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस पर यह आरोप लगा है कि उन्होंने स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर बनाने वाली कंपनी से घूस में मर्सिडीज कार ली थी। हालाँकि विपक्ष अभी घूसखोरी के इस कथित मामले को बहस में नहीं ला पाया है। इस मामले की जांच ईडी और बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट कर रही है।