साल 2020 की फ़रवरी में हुए दिल्ली के हालिया दंगे को देख कर कलेजा मुँह को आता है। दंगों का ज्वार थमने के बाद मीडिया और पुलिस का रवैया वही है जो राहत इंदौरी ने अपने इस शेर में कहा है- ‘अब कहाँ ढूंढने जाओगे हमारे कातिल/आप तो क़त्ल का इल्ज़ाम हमीं पर रख दो।’