क्या 100 से अधिक देशों में काम करने वाली और 3.10 अरब सब्सक्राइबर वाली अमेरिकी खरबपति कंपनी फ़ेसबुक भारत के उग्र हिन्दूवादी संगठन बजरंग दल से डरी-सहमी हुई है? क्या उसे डर है कि यदि उसने नफ़रत फैलाने वाले और कुछ चुनिंदा समुदायों को निशाना बनाने वाले पोस्ट हटाए तो उसके कर्मचारियों की जान ख़तरे में पड़ जाएगी?