संसद की लोक लेखा समिति यानी पीएसी ने यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया यानी यूआईडीएआई के कामकाज की समीक्षा की मांग की है। समिति ने इस पर चिंता जताई है कि आधार कार्ड का बायोमेट्रिक वेरिफ़िकेशन काफ़ी ज़्यादा फेल हो रहा है। एक दिन पहले हुई बैठक में समिति ने कहा कि बायोमेट्रिक वेरिफ़िकेशन फेल होने के कारण कई पात्र लोग राशन वितरण और मनरेगा जैसी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। समिति की अध्यक्षता कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल कर रहे हैं।
आधार बायोमैट्रिक बार-बार फ़ेल हो रहा, संसदीय समिति ने समीक्षा की मांग की
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- 18 Jul, 2025
आधार में क्या बहुत बड़ी-बड़ी खामियाँ हैं? आख़िर वर्षों से UIDAI के कामकाज में सुधार क्यों नहीं हो पाया है? जानिए, लोकसभा की संसदीय समिति ने सरकार से UIDAI की कार्यप्रणाली और आधार डेटाबेस की समीक्षा की मांग क्यों की।

लोक लेखा समिति ने अपनी बैठक में बताया कि आधार कार्ड के बायोमेट्रिक वेरिफ़िकेशन यानी फिंगरप्रिंट और आँखों की पुतलियों की स्कैनिंग में बार-बार फेल होने की समस्या सामने आ रही है। इसका सबसे बड़ा असर उन लोगों पर पड़ रहा है जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी MGNREGA जैसी सरकार की योजनाओं के तहत राशन और नौकरी जैसे लाभ लेते हैं। सांसदों ने कहा कि कई बार मेहनतकश लोगों के फिंगरप्रिंट मशीनों में ठीक से काम नहीं करते। इस कारण उनकी पहचान आधार डेटाबेस से मेल नहीं खाती।