सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह क़ानून को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई शुरू कर दी है। पहले ही दिन कोर्ट ने यह सवाल उठा दिया है कि क्या अंग्रेज़ी हुकूमत में अभिव्यक्ति की आज़ादी का गला घोंटने के लिए बनाए गए इस क़ानून की आज कोई ज़रूरत है? सुप्रीम कोर्ट ने इसे संस्थानों के काम करने के रास्ते में गंभीर ख़तरा बताते हुए इसकी ऐसी असीम ताक़त के ग़लत इस्तेमाल की आशंका जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह नोटिस जारी करके केंद्र से इस पर जवाब मांगेगा।