पुलवामा आतंकवादी हमला, बालाकोट आतंकवादी शिविर पर भारत की कार्रवाई और विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी की ख़बरों के बीच एक ख़बर दब गई कि अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी हो गई है। बहुप्रचारित चुनाव और उसकी भांति-भांति की सरकारी विज्ञापनों और प्रचार के शोर में भारतीय अर्थव्यवस्था ने अपनी रफ्तार खोना शुरू कर दिया है। सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफ़िस का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही अक्तूबर-दिसंबर में विकास दर 6.6 प्रतिशत रह गई है। गुज़री पांच तिमाहियों में यह सबसे कम रफ़्तार है। अभी और कम होने का अनुमान है। इसका पता इस बात से भी चलता है कि
सरकारी विज्ञापन चाहे जो दावा करें, अर्थव्यवस्था की रफ़्तार हो रही है धीमी
- अर्थतंत्र
- |
- |
- 2 Mar, 2019

सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफ़िस का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही अक्तूबर-दिसंबर में विकास दर 6.6 प्रतिशत रह गई है।