ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में कच्चे तेल की कीमतें कम हुई हैं और दस साल के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई हैं, सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की है और वह 8 साल में सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। जब सरकार लगभग आधी कीमत पर कच्चा तेल खरीद रही है, इसने आम उपभोक्ताओं को कोई राहत देने के बजाय मौके का फ़ायदा उठा कर ज़्यादा से ज़्यादा वसूलने की नीति अपनाई है।
कच्चे तेल की गिरी कीमतों का फ़ायदा उपभोक्ताओं को नहीं, यही है ‘गुड गवर्नेंस’?
- अर्थतंत्र
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- 29 Mar, 2025
कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में गिरने पर सरकार क्यों बढ़ाती है पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें? क्या है सरकार का तर्क?
