आपने अकसर चैनल मालिकों और संपादकों को यह कहते हुए सुना होगा कि रिमोट तो दर्शकों के हाथ में है, पसंद उनकी है, वे चाहें तो कोई चैनल देखें या न देखें। लेकिन क्या यह इतनी सीधी सी बात है? क्या यह सचमुच में दर्शकों के हाथ में है कि वे चाहें तो किसी चैनल या कोई ख़ास तरीक़े की सामग्री को ठुकरा या स्वीकार कर सकते हैं?