फ़्रेंच दार्शनिक वॉल्टेयर ने कहा था "मैं तुम्हारे विचारों से नफ़रत करता हूँ, फिर भी तुम्हें वो कहने के अधिकार की रक्षा के लिये जान भी दे सकता हूँ।"  वाल्टेयर ने यह बात 18वीं शताब्दी में कही थी। आज 22वीं शताब्दी है। चार शताब्दी पहले।