उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल से कहीं बड़ा राज्य है। यूपी की कानून व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। दोनों ही राज्यों में सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने पिछले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले तमाम राज्यों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती को अंतिम रूप देकर घोषणा की। पश्चिम बंगाल के लिए उसने जहां 92 कंपनियां भेजने की घोषणा की, वहीं भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के लिए सिर्फ 250 कंपनियां भेजने की घोषणा की। यहां तक हिंसाग्रस्त जम्मू कश्मीर, लद्दाख के लिए 635 कंपनियां भेजने की बात कही गई। बंगाल में 9200 जवानों की तैनाती क्या बताती है।