उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल से कहीं बड़ा राज्य है। यूपी की कानून व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। दोनों ही राज्यों में सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने पिछले महीने चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले तमाम राज्यों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती को अंतिम रूप देकर घोषणा की। पश्चिम बंगाल के लिए उसने जहां 92 कंपनियां भेजने की घोषणा की, वहीं भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के लिए सिर्फ 250 कंपनियां भेजने की घोषणा की। यहां तक हिंसाग्रस्त जम्मू कश्मीर, लद्दाख के लिए 635 कंपनियां भेजने की बात कही गई। बंगाल में 9200 जवानों की तैनाती क्या बताती है।
क्या बंगाल में केंद्रीय बलों के सहारे चुनाव लड़ना चाहती है भाजपा?
- पश्चिम बंगाल
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- 29 Mar, 2025
पश्चिम बंगाल में जिस तरह केंद्रीय बलों की तैनाती की जा रही है और उसके मुकाबले सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में उसके आधे भी केंद्रीय बल तैनात नहीं किए जा रहे हैं, यह क्या बताता है। तृणमूल कांग्रेस ने कई बार आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बल तैनात करके भाजपा चुनाव जीतना चाहती है। पंचायत चुनाव तक में भाजपा ने केंद्रीय बल तैनात करवा दिया था। कुल मिलाकर सारा मामला विवादास्पद है। केंद्र सरकार कटघरे में है। सवाल तो उठेंगे ही।
