चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की आड़ में बीजिंग इस्लामाबाद को सैन्य सहायता मुहैया करा रहा है। वह उसके लिए लड़ाकू जेट बना रहा है, अंतरिक्ष युद्ध के उपकरण दे रहा है, ख़फ़िया सैटेलाइट सेवा दे रहा है और दूसरे तरह के सैनिक साजो सामान से उसे लैस कर रहा है। ये सारी चीजें पाकिस्तान की ज़मीन पर हो रही हैं और सीपीईसी योजना के तहत ही हो रही हैं।
सीपीईसी की आड़ में पाकिस्तान को सैनिक साजो सामान दे रहा है चीन
- दुनिया
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- 8 Mar, 2019
आर्थिक गलियारे की आड़ में चीन पाकिस्तान को दे रहा है लड़ाकू विमान, अंतरिक्ष में लड़ने की तकनीक, ख़ुफ़िया सेवा के काम आने वाले उपकरण

अमरीकी अख़बार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की ख़बर पर यक़ीन किया जाए तो चीन पाकिस्तान में उसके लिए लड़ाकू जैट तैयार कर रहा है। ख़फ़िया सेवा में काम आने वाली चीनी सैटेलाइट सेवा बीदू की सुविधाएं भी पाकिस्तान को मिल रही हैं। इसके तहत नौसेना के जहाज़, सेना की गतिविधियाँ और दूसरी चीजों की सटीक निगरानी की जा सकती है। चीन ने यह सुविधा सिर्फ़ पाकिस्तान को दी है। पहले उसने पाकिस्तान को जीपीएस सिस्टम दिया था, लेकिन उसे अमरीकी ख़फ़िया एजेंसियाँ ट्रैक कर ले रही थीं। उसके बाद उसे बीदू के तहत लाया गया है।
बीजिंग ने पाकिस्तान को आधुनिक पारंपरिक हथियार और दूसरे साजो सामान भी देना शुरू कर दिया है। लेकिन यह सब कुछ आर्थिक गलियारे के तहत हो रहा है। बताया यह जाता है कि गलियारे पर ये पैसे ख़र्च हो रहे हैं, पर उन पैसे से ही हथियार भी दिए जा रहे हैं।